जब भी शहर में बारिश होती है तो शहर का विकास सडको पर बहने लगता है ऐसे में अंडर पास नेकपुर भी अपना रंग दिखाना नहीं भूलता है वो भी बताता है कि मुझे बनाने में किस किस ने हिस्सेदारी ली है इसलिए आज मैं ऐसा हूं नेकपुर अंडर पास जब से बना है तब से आजतक पूर्ण रूप से ठीक नहीं हो सका है जबकि शहर में सांसद /केन्द्रीय राज्यमंत्री /विधायक सभी उसके नीचे से गुजरते है लेकिन कोई भी इसकी खस्ता हालत को देखकर तरश नहीं खाता है लेकिन स्कूल जाने वाले बच्चे और रोज जिंदगी को संघर्ष करने वाले राहगीर इसको लेकर बहुत दुखी होते हैं और कहते भी हैं कि इस नरक से तो पहले ही अच्छा था जो ऊपर से निकल जाते थे |
