छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कारित भी बनाए शिक्षक
नन्नूमल जैन कॉलेज में एसडीएम ने ली बैठक
बिल्सी। हमारे देश में युवाओं की संख्या 60 प्रतिशत से भी अधिक है। अगर हम इन युवाओं को शिक्षित करने के साथ संस्कार देने में कामयाब होते हैं तो देश से सारी समस्याएं दूर हो जाएगी। यह बातें सोमवार को नगर के नन्नूमल जैन इंटर कॉलेज में आयोजित शिक्षकों की बैठक एसडीएम जीत सिंह राय ने कही है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें, जिससे कि वह योग्य नागरिक बन सके। उन्होने कहा कि आज किसी भी छात्र से भविष्य के बारे में जानकारी ली जाती है तो वह यह कहता है कि वह इंजीनियर बनना चाहता है, डाक्टर बनना चाहता है, आईएएस बनना चाहता है। कोई भी यह नहीं कहता है कि उसे शिक्षक बनना है। यह बहुत ही सोचनीय बात है। वर्तमान में गुरू-शिष्य संबंध में मधुरता नहीं दिखती है। इस परंपरा को वापस लाने के लिए शिक्षकों को प्रयास करना चाहिए। इसमें अभिभावकों की भी सहभागिता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल में गुरुकुल शिक्षा व्यवस्था थी। गुरु को छात्र अपना आदर्श मानते थे। आज फिर उसी भाव को जगाने की जरुरत है। इसमें शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। इसी उद्देश्य को लेकर वह क्षेत्र के विद्यालयों में छात्र और शिक्षकों से संवाद कर रहे हैं। एसडीएम ने कहा कि कोई कार्य तभी पूरा होता है जब उसके लिए प्रयास शुरु किए जाएं। इस मौके पर प्रधानाचार्य डा.राजकमल गुप्ता, रामवीर सिंह, सुमन रानी, राजीव शर्मा, चंद्रशेखर, राजनाथ सिंह, हेमेंद्र पाल सिंह, मुन्ना लाल शाक्य, अजय गिरि, सुधाकर शर्मा, सोहिल खान, देवेंद्र कुमार गुप्ता, महेश बाबू शर्मा, विमल कुमार, अभिषेक गुप्ता, लवकुमार सिंह आदि मौजूद रहे।