बदायूं के गौरी शंकर मंदिर में चल रही श्री शिव महापुराण कथा
कथा में व्यास दीपक शंखधार ने कहा अभिमानी व्यक्ति को कभी शिव की कृपा नहीं मिलती है । शिवतत्व को प्राप्त करने के लिए श्रृद्धा और समर्पण की आवश्यकता होती है ।
शंकर विवाह प्रसंग से बतलाया कि माता पार्वती जी को भी उनके विश्वास और समर्पण से ही आदिदेव महादेव पति के रुप में प्राप्त हुए ।
कथा में भक्तों ने भजनों की मधुर ध्वनि पर जमकर भाव नृत्य किया। भक्तों की अपार भीड़ से भरे कथा पांडाल को भी सुदर ढंग से सजाया गया ।
ओम नारायण उपाध्याय, आर के उपाध्याय अनिल कुमार गुप्ता, तनुज मिश्रा, राजेश सारस्वत, सुरेंद्र उपाध्याय, अभिषेक उपाध्याय आदि का विशेष सहयोग रहा । संचालन कामेश पाठक ने किया । पूजन आचार्य शिवम् ने करवाया । दीपक और उनके साथियों ने वाद्ययंत्रों पर संगत दी।