सत्संग
*संसार का एक ही धर्म मानवता होना चाहिए : तृप्ति शास्त्री*
🕉️ बिल्सी, तहसील क्षेत्र के यज्ञ तीर्थ गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर में साप्ताहिक सत्संग का का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्व शांति की कामना के साथ यज्ञ किया गया। अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप की सुपुत्री तृप्ति शास्त्री ने कहा “हमारे ऋषि अहिंसा,शांति सौहार्द और भाईचारे का संदेश देते हैं। महर्षि दयानन्द ने लोगों से कहा कि तुम लोगों की मत मानो, परंपराओं की भी मत मानो, कोई बड़ा कह रहा है इसलिए भी मत मानो, तुम आत्मा की सुनो और जो समाज के लिए राष्ट्र के लिए मानवता के लिए और तुम्हारे स्वयं के हित के लिए वही करो। परंपराएं रीति रिवाज और मजहब पिंजड़ों की तरह होते हैं जिनमें फंसकर मनुष्य हिंदू मुसलमान सिख ईसाई हो सकता है पर इंसान नहीं हो पाता। इस अवसर पर मास्टर साहब सिंह, मास्टर अगर पाल सिंह , श्रीमती रेखा रानी, राकेश आर्य, कु ईशा, क़ु मोना, तानिया, श्रीमती दया शर्मा आदि मौजूद रहे