बिल्सी, तहसील परिसर में स्थित सभागार में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को एवं विद्वानों को प्रशासन की ओर से सम्मानित किया गया! इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप को तहसीलदार एवं उपजिलाधिकरी ने शॉल उड़ाकर माला पहनाकर एवं तिरंगा ध्वज भेंटकर के सम्मानित किया। आचार्य संजीव रूप जहां वैदिक विद्वान है वही उनके दादा महाशय रूपकिशोर आर्य जी आर्य समाज के महोपदेशक व कवि थे । उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़कर के भाग लिया और देश को आजाद कराने में अपना महती योगदान दिया था। उप जिला अधिकारी एवं तहसीलदार तथा समस्त एडवोकेट संगठन के सदस्यों ने आचार्य संजीव रूप की उनके समाज सेवा में किया जा रहे कार्यों के लिए भूरि भूरि प्रशंसा की