कुटी मंदिर में किया गया रूद्राभिषेक,धूमधाम से हुई आरती
बिल्सी। नगर के मुख्य बाजार स्थित कुटी मंदिर में बीती रविवार की रात महाकाल सेवा समिति के तत्वावधान में रूद्र अभिषेक का कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न कराया गया। जिसमें सभी धार्मिक अनुष्ठान आचार्य रविकान्त व्यास द्वारा संपन्न कराए गए। उन्होने कहा कि रूद्र अभिषेक यह सर्वोच्च देवता भगवान शिव को समर्पित धार्मिक अनुष्ठान है। जो शक्तिशाली मंत्रो की उच्चारण द्वारा किया जाता है। रूद्र अभिषेक भगवन शिव को समर्पित करने वाले व्यक्ति की सभी इच्छाए पूरी होती है। यह माना जाता है कि कोई भी अनुष्ठान किसी पवित्र स्थान पर करना ही उचित रहता है तो मंदिर में यह अनुष्ठान करना अधिक लाभदायक है। भगवान शिव के आशीर्वाद से पूजा करने वाले उपासक के सभी समस्याएं दूर हो जाती है। भगवन शिव सभी आदि भगवानो में से प्रमुख देवता है। रूद्र अभिषेक प्रदान करके भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है जिससे पूजा करने वाले व्यक्ति का जीवन सुखी हो जाता है। रूद्र अभिषेक करने से समृद्धि, खुशहाली, इच्छा पूर्ति होती है और उस के साथ-साथ बुरी उर्जाओ का नाश होता है। धर्म ग्रंथो में बताया गया है कि जिस घर में रुद्राक्ष की पूजा की जाती है, वहां सदैव माता लक्ष्मी वास करती हैं। साथ ही रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ रुद्राक्ष पहनने से मानसिक परेशानियां व हृदय रोग जैसा खतरा भी टल जाता है। बाद में भोलेनाथ की आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर सौरव वार्ष्णेय, मुन्ना बाबू वार्ष्णेय, परमानन्द वार्ष्णेय, लवलेश वार्ष्णेय, कुलदीप वार्ष्णेय, दिनेश वार्ष्णेय, भुवनेश वार्ष्णेय, गोपाल वार्ष्णेय, तपन वार्ष्णेय आदि का विशेष सहयोग रहा।