बदायूं, आर्य समाज के अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्वान समाज सुधारक आचार्य संजीव रूप के द्वारा किए जा रहे वर्षा ऋतु यज्ञ के क्रम में आज 51 वां यज्ञ ब्लाक प्रमुख समरेर इं धीरज सक्सेना के आवास पर किया गया। इस अवसर पर अनेक श्रद्धालु गणमान्य उपस्थित रहे आचार्य संजय ग्रुप में विशेष जड़ी बूटियों एवं गाय के घी से उजागर करते हुए बताया यज्ञ एक अग्नि चिकित्सा है जिसका मैं निरंतर प्रचार और प्रसार कर रहा हूं इसका लाभ बहुत अधिक है और नुकसान कुछ भी नहीं है। थोड़ी लागत में बहुत अधिक प्रतिफल मिलता है उन्होंने बताया कि नीम के पत्ते गिलोय गुण हल्दी में संचारी रोगों से लड़ने की और उन्हें खत्म करने की ताकत है। इन दिनों में सभी को अपने घर पर यह होम अवश्य करना चाहिए। प्राचीन काल में जो शिवलिंग की पूजा होती थी वह यज्ञ का ही रूप थी , अग्नि रूप शिवलिंग प्रकट उस पर उत्तम औषधियाँ और घृत आदि चढ़ाने से सब स्वस्थ रहते थे, जो आज भी सब ऐसा करें तो स्वस्थ रहें। इस अवसर पर देशराज सक्सेना, ओमकार सक्सेना, दीपक सक्सेना, नीरज सक्सेना, श्रीमती दिव्या सक्सेना, श्रीमती श्रद्धा, धैर्य सक्सेना, राम प्रकाश सिंह आदि मौजूद रहे