बिल्सी, तहसील क्षेत्र के यज्ञ तीर्थ गुधनी में स्थित आर्य समाज के अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्वान समाज सुधारक आचार्य संजीव रूप ने अपने जन्मदिवस पर 154 वृक्ष लगवाए तथा पर्यावरण की शुद्धि के लिए यज्ञ किया आर्य संस्कार शाला गुरुकुल जो निशुल्क सेवा है आचार्य संजीव रूप में 1992 में स्थापित किया था उसके बच्चों को आज विशेष मिष्ठान व उपहार दिए गए समस्त ग्राम वासियों तथा देशवासियों ने आचार्य संजीव को बधाई दी! इस अवसर पर आचार्य संजीव रुप ने कहा “परमेश्वर जीने हम सबको यह सुंदर मनुष्य शरीर दिया यह सुंदर संसार बना कर दिया बस एक अज्ञान के कारण ही हम इस संसार को अच्छे से भोग नहीं पा रहे और परमात्मा के द्वारा दिए गए साधनों का सदुपयोग नहीं कर पा रहे, बल्कि दुरुपयोग करने के कारण अपना खुद का जीवन जहां दुख में बना लेते हैं वही संसार को भी दुखों से भर देते हैं । मनुष्य वही है जो परोपकार करें। मनुष्य वही है जो औरों के लिए जिए। मनुष्य वही है जो अपनी आत्मिक उन्नति के लिए सदैव तत्पर रहे। इस अवसर पर आचार्य संजीव रूप ने गांव के एक सौ से ज्यादा परिवारों को महुआ, कटहल,जामुन, नींबू,शहतूत,अमरूद शादी के 154 वृक्ष भेंट किए व लगवाए।। आर्य समाज के मंत्री मास्टर अगर पाल सिंह ने कहा ‘आचार्य संजीव रूप ने गुधनी में जन्म लेकर अपने सत्कर्मों से इस गुधनी को तीर्थ बना दिया, विश्व में यशस्वी कर दिया, इतना ही नहीं गांव के सैकड़ो परिवारों को याज्ञिक बनाया तथा सैकड़ो बेटियों और बेटों को संस्कारित किया। वेदों की शिक्षा देकर उन्हें चरित्रवान बना दिया। इस अवसर पर मास्टर साहब सिंह राकेश आर्य कृष्णपाल आर्य बद्री प्रसाद आर्य मनोज कुमार विनीत कुमार, सुखबीर सिंह श्रीमती संतोष कुमारी, श्रीमती सुराजावती देवी,श्रीमती शशि आर्य कुमारी तृप्ति शास्त्री मौजूद रहे