3:54 am Friday , 31 January 2025
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नमस्ते जी – आचार्य संजीव रूप

.🕉️🙏 नमस्ते जी 🙏🕉️
– आचार्य संजीव रूप
🚩 श्रावण -अधिक-कृष्ण – १३ -२०८० 🚩

🌺 13 अगस्त 2023 🌺~~~~~~
दिन —– रविवार
‘तिथि : .*द्वादशी*8:20am तक फिर त्रयोदशी
नक्षत्र — आद्रा
पक्ष —— कृष्ण
माह– — श्रावण-अ
ऋतु ——– . वर्षा
सूर्य —— दक्षिणायने
विक्रम सम्वत — 2080
दयानन्दाब्द — 199
वङ्गाब्द – 1429
शक सम्बत -. 1945
कलयुगाब्द,: 5125.
कल्प सृष्टि सम्वत–1972949124वां
वेदोत्पत्ति सृष्टिसम्वत- १९६०८५३१२४ वां
सूर्योदय-/सूर्यास्त (दिल्ली- 5 :49 / 7:03 (लखनऊ : 5:36/ 6:47)
सूर्य राशि: कर्क
चन्द्रराशि: कर्क
ब्रहा मुहूर्त: 4:29 से 5:07 प्रातः तक
🌹 रूप-वाणी:🌷
आज के दिन 13 अगस्त 1969 को यज्ञ तीर्थ गुधनी जिला बदायूं उत्तर प्रदेश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कवि,गायक,महोपदेशक महाशय रूपकिशोर आर्य के सुपुत्र भजनोपदेशक डॉ रमेश चंद्र आर्य के आठवें पुत्र के रूप में माता विमला देवी के उदर से प्रातः वेला में मेरा जन्म हुआ ..! दिन बुधवार था, पिताजी ने नाम रख दिया संजीव । मैंने अपने नाम के साथ अपने पितामह जो महान आर्य समाजी थे जोड़ा “रूप” और फिर मैं हो गया संजीव रूप आर्य..! इतनी आयु बीत गई.. जीवन में कितने लोग जुड़े कितने भी छोड़ गए.. कितने साधन जोड़े.., कितने छूट गए..! पर आज विचार करता हूं तो पाता हूं कि अभी कामनाएँ दग्ध ना हुई.., लोहा अग्नि में गया तो ..लेकिन गहरे ना जा पाया..! अभी साधना बहुत न्यून है, मेरे प्रभु आपसे यही विनती है कि मेरी न्यूनता को दूर करो, मुझे पकना है आप अग्नि में , मुझे पका दो..!
🍑 पहला सुख निरोगी काया
आलू बुखारा: आलू बुखारा मल अवरोधी है लेकिन कब्ज नहीं करता, कब्ज दूर करता है, यकृत को ताकत देता है, पीलिया ठीक करता है , बवासीर वायु को दूर करता है
🌷 संजीव रूप
सरस वेदकथाकार,पुरोहित,कवि
यज्ञतीर्थ- गुधनी-बदायूँ(उप्र)
9997386782 wu 9870989072

🕉️ संस्कृत संकल्प पाठ:🕉

ओं तत्सद्।श्री ब्रह्मणो दिवसे द्वितीये प्रहरार्धे वैवस्वतमन्वन्तरे अष्टाविंशतितमे कलियुगे कलिप्रथमचरणे , एकोवृन्दः षण्णवतिकोटि: अष्टलक्षाणि त्रिपञ्चाशत्सहस्राणि चतुर्विन्शत्युत्तरशततमे सृष्टिसंवत्सरे, पञ्चशहस्राणि पंचविशत्युत्तरशततमे कलियुगे, अशीत्युत्तर द्विसहस्रतमे वैक्रमाब्दे ,, शाके १९४५ दयानन्दाब्द(नवनवती उत्तर शततमे) १९९ , रवि दक्षिणायने, उत्तर गोले, वर्षा ऋतौ, श्रावण अधिक मास:, कृष्ण पक्षे, तिथि-द्वादशी,आद्रा नक्षत्रम्,रविवार* तदनुसारम् आङ्गलाब्द 2023 अगस्त मासः, 13’
दिनांक*।
जम्बूद्वीपे,…
भरतखण्डे आर्यावर्तान्तर् गते ………प्रदेशे ,……..जनपदे.. ..नगरे……गोत्रोत्पन्नः….श्रीमान्.(पितामह)….(पिता..).पुत्रस्य… अहम् .'(स्वयं का नाम)…..अद्य प्रातः कालीन वेलायाम् सुख शान्ति समृद्धि हितार्थआत्मकल्याणार्थम् ,रोग -शोक निवारणार्थम् च यज्ञ कर्मकरणाय भवन्तम् वृणे/सम्पाद्यते।अद्यतनं दिनं सर्वेषां कृते मङ्गलमयं भूयात्!🙏