आज दिनांक- 01 अगस्त 2023 को विश्व स्तनपान सप्ताह (1-7 अगस्त 2023) के अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन एनएचएम सभागार कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बदायूं में 02.00 बजे श्रीमती सारिका गोयल अपर जिला जज विधिक प्राधिकरण बदायूँ की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला में डॉ0 प्रदीप वार्ष्णेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ0 कप्तान सिंह मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय बदायूँ, डा0 सनोज मिश्रा उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ0 असलम जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, डॉ0 विपिन वर्मा उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ0 तान्या रस्तोगी, चिकित्सा अधिकारी नेकपुर, डॉ0 आशीष चिकित्सा अधिकारी ऊपरपारा, डॉ0 शान्तनु रेडियोलाजिस्ट निजी चिकित्सालय, श्रीमती सुधा देवी जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी, डॉ0 संदीप वार्ष्णेय बाल रोग विशेषज्ञ, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक एनएचएम बदायूँ, जिला प्रोसेस कार्यक्रम प्रबन्धक, श्री उमेश अर्बन कोर्डिनेटर, श्री सुभाष वीएमसी यूनीसेफ, श्री अरविंद क्वालिटी मैनेजर, श्री जितेन्द्र शर्मा डीएमएचसी आदि उपस्थित हुए।
श्रीमती सारिका गोयल अपर जिला जज विधिक प्राधिकरण बदायूँ द्वारा अवगत कराया गया कि स्तनपान कराने से बच्चा डायरिया निमोनिया एवं कुपोषण से बचाव होता है। 06 माह तक केवल मां का स्तनपान कराएं 06 माह के बाद संपूर्ण आहार के साथ-साथ मां का दूध देना आवश्यक है। 06 माह तक कोई घुट्टी शहद आदि पदार्थ बच्चे को नहीं पिलाने चाहिए।
विश्व स्तनपान सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ0 संदीप वार्ष्णेय बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा बताया गया कि मां का पहला दूध 1 घंटे के भीतर प्रत्येक बच्चों को पिलाना अनिवार्य है जिससे बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। मां का पहला गाढ़ा पीला दूध जो कॉलेस्ट्राम कहलाता है यह बच्चे का पहले टीके का भी काम करता है।