श्रावण अधिक मास पूर्णिमा यह उपाय करेंगे जीवन परिवर्तन राजेश कुमार शर्मा ज्योतिषाचार्य
इस साल सावन के महीने को बहुत खास माना जा रहा है, क्योंकि अधिक मास की वजह से इस बार सावन दो महीने का है। ऐसे में सावन में पड़ने वाले व्रत और त्योहार की संख्या भी बढ़ गई है। दो महीने का सावन होने की वजह से पूर्णिमा भी दो बार पड़ रही है। सावन की पहली पूर्णिमा कल यानी 1 अगस्त 2023 को है। यह अधिक मास की पूर्णिमा है। वहीं सावन की दूसरी पूर्णिमा 30 अगस्त को है। पूर्णिमा के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान-दान आदि का विशेष महत्व होता है। सावन और अधिक मास का संयोग होने की वजह से 1 अगस्त की पूर्णिमा बहुत खास मानी जा रही है। इस दिन कुछ उपाय करने से जीवन में खुशियां आती हैं। चलिए जानते हैं पूर्णिमा तिथि पर किए जाने वाले कुछ अचूक उपाय…
सावन अधिक मास की पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीपल के पेड़ पर ब्रह्मा, विष्णु, महेश इन तीनों देवताओं का वास होता है। साथ ही पीपल के पेड़ पर हर वक्त माता लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए वैशाख पूर्णिमा के दिन पीपल की पूजा करने पर विशेष लाभ प्राप्त होता है। इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा जरूर करें।
पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने से पितृदोष से मुक्ति मिल जाती है। ऐसे में सावन अधिक मास की पूर्णिमा के दिन जल में काला तिल मिलाकर पीपल के पेड़ पर अर्पित करें।
जिस भी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष हो उसे सावन अधिक मास की पूर्णिमा पर पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। इससे शनि दोष का प्रभाव कम हो जाता है और उन्नति के अवसर प्राप्त होते हैं।
जिन लोगों के दांपत्य जीवन में समस्या आ रही है उन्हें पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को दूध से अर्घ्य देना चाहिए। इस उपाय को करने से दांपत्य जीवन में मिठास घुल जाती है और पति-पत्नी के बीच मधुरता बढ़ जाती है।
राजेश कुमार शर्मा ज्योतिषाचार्य
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