Archana Upadhyay एक खत जो तुमने कभी लिखा नहीं। । लेकिन जबाब मैं रोज़ लिखती हूं। ।
Read More »जय श्री श्याम जय मनोना धाम जय गुरूजी महाराज
पंचांग
कड़वा सत्य
श्री यमुना पंचांग
इस्कॉन मंदिर वृन्दावन
मंगला झाकी
शुभ शनिवार
अहम् भाव को त्यागकर – अशोक खुराना
अहम् भाव को त्यागकर – अशोक खुराना उसको पाना है अगर, मन में अपने झाँक अहम् भाव को त्यागकर, ब्रह्मतत्व को आँक अशोक खुराना,बदायूँ
Read More »जज्बात – Pushpa
Pushpa जज्बात वहां ही हाजिर करो जहां उसकी कद्र हो बाकी तो आंखों से बहता हुआ आंसू भी लोगों को पानी लगता है.
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