Gunjan Agrawal “आंखें” सिर्फ ख्वाबों को देखती हैं ,जिनके पूरा न होने पर “दिल” को इसकी भरपाई करनी पड़ती है..!!! गुंजन शिशिर
Read More »लिखना ये था- Archana Upadhyay
Archana Upadhyay लिखना ये था की,खुश हूं बगैर तेरे ।। लेकिन ये आँसू,कलम से पहले ही। । पन्नों पर स्याही बिखेर दिए। ।।
Read More »पल पल- Pushpa
Pushpa जिंदगी पल पल ढलती है जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती है शिकवे गिले कितने भी हों फिरभी हर पल हंसते रहना है क्योंकि ये जिंदगी जैसी भी है बस एक ही बार मिलती है
Read More »थोड़ी सी- Pushpa
Pushpa *थोड़ी सी मेहनत, लगन और विश्वास आपको लक्ष्य की तरफ़ ले जा सकती है।* *शुभ प्रभात*
ले चल- Archana Upadhyay
Archana Upadhyay ले चल ये जिंदगी!! फिर पीछे!कुछ पल,कुछ लम्हे फिर जीना चाहती हूं!!!
Read More »माना दूरियां कुछ- Sarita Gautam
Sarita Gautam माना दूरियां कुछ बढ़ सी गई है मगर तेरे हिस्से का वक्त हम आज भी किसी को नहीं देते।
Read More »न ठहरा वसंत- Archana Upadhyay
Archana Upadhyay यू!!एक पहेली सी ख्वाहिशें बन गई। । न ठहरा वसंत ,अब तो फागुन भी गई। ।।
Read More »हँसना हँसाना- Pushpa
Pushpa हँसना हँसाना ये कोशिश है मेरी, सबको खुश रखना चाहत है मेरी, कोई याद करे या न करे, हर किसी को याद करना आदत है मेरी…
Read More »चले !!जब चार कदम- Archana Upadhyay
Archana Upadhyay चले !!जब चार कदम साथ!! तो ये मलाल हुआ,भागते रहे हम। । परछाईयों के पीछे,जो पास तो था। । मगर साथ न था। ।।
Read More »व्यवहार – Koki Tyagi
Koki Tyagi व्यवहार में सुंदरता होनी चाहिए, फिल्टर से चेहरे चमकते हैं, मन नहीं !! सुप्रभात