आज एचपी इंटरनेशनल स्कूल, बदायूँ में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर एक प्रेरणादायक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को बाबा साहब के संघर्षपूर्ण जीवन, उनके विचारों और भारतीय संविधान में उनके अतुलनीय योगदान के बारे में विस्तार से बताया गया।
सामाजिक विज्ञान की अध्यापिका कंचन ने छात्रों को बताया कि “बाबा साहब ने शिक्षा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाया। इसकी बदौलत उन्होंने न केवल अपना जीवन बदला, बल्कि करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने।”|अध्यापक सचिन सिंह ने कहा, “भारत का संविधान बाबा साहब के अद्वितीय योगदान का जीवंत प्रमाण है। उन्होंने हर वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए जो कार्य किए, वे इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हैं।”
स्कूल के अध्यापकों ने छात्रों को डॉ. अंबेडकर के सिद्धांतों और शिक्षा के महत्व से अवगत कराया। छात्रों ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए और बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया। हिमांशु यादव और सर्वज्ञ गुप्ता ने कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी दिखाई, जिसकी सराहना की गई। यह आयोजन न केवल बाबा साहब के प्रति सम्मान का प्रतीक बना, बल्कि युवा पीढ़ी को उनके विचारों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित भी किया।
इस अवसर पर निदेशक श्री शिवम पटेल, निदेशिका श्रीमती सेजल पटेल के साथ प्रधानाचार्य संदीप पांडे उपस्थित रहे |