बिसौली। नगर व क्षेत्र में ब्याज पर पैसा देकर कर्जदार का सब कुछ लूट लेने वाले सूदखोरों का आतंक इन दिनों चरम पर है। खासकर तब जब योगी सरकार में आम गरीब लोगों की जमीन हथियाना वाले बाहुबलियों, माफियाओं व डानों के खिलाफ कार्रवाई का डंका बज रहा है। लेकिन सूदखोर है कि शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर खुलेआम निरीह गरीबों को लूट रहे हैं, धमकियाएं रहे हैं। आत्महत्या करने को विवस कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद भी बे लगाम सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर उनके इशारे पर ग्रामीण अंचलों में नंगा नाच हो रहा है या यूं कहें मनी लॉन्ड्रिंग जैसे एक्ट की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। क्षेत्र में ब्याज पर रकम देकर कर्जदार से कई गुना पैसा वसूलने का धंधा धड़ले से चल रहा है। हालांकि कोई इसकी शिकायत नहीं करता। परिणाम यह है कि सूदखोरी का अवैध धंधा व्यापक पैमाने पर फलफूल रहा है। साहूकारी का धंधा करने वाले लोग बिना लाइसेंस के सूद पर रुपया देते हैं। गरीबों की मजबूरी का फायदा उठाकर आजीवन उनसे अवैध रूप से ब्याज वसूल करते हैं। ऐसे लोग सूद पर उधार लेने वालों को डरा धमकाकर, प्रताड़ित कर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का शोषण करते हैं। हाल यह है कि आड़े वक्त में सूद पर रूपया उधर लेने वाले मुसीबतजदा लोगों को कर्ज लेने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है। तो कुछ लोग जमीन जायदाद से हाथ धो बैठते हैं। आलम यह है कि सूद पर कुछ हजार रुपए का कर्ज देकर सूदखोर, लोगों को इतना भयभीत कर देते हैं कि उन्हें अपनी महीने भर की कमाई का बड़ा हिस्सा ब्याज में चुकाना पड़ता है। ऐसे में गृहस्थी की गाड़ी लडखडाने लगती है और सूदखोरों से भयभीत कर्जदार खुदकुशी पर मजबूर हो जाते हैं। नगर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर मनोज माहेश्वरी ने बताया कि आत्महत्या का विचार प्राकृतिक नहीं होता है। मस्तिक में बायो न्यूरोलॉजिकल बदलावों के चलते लोगों को लगने लगता है कि जीवन किसी काम का नहीं है, इसके बाद व्यक्ति के मन में आत्महत्या करने का विचार आता है। अगर आप भी तनाव से गुजर रहे हैं तो भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन नंबर 1800 2333330 से मदद ले सकते हैं। वही आपको अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी बात करनी चाहिए।
